'' सूर्योदय का सूर्य भी ललाट पर लगने में अपना अभिमान समझता हैl हिंदुत्व के पवित्र आत्मा को धारण करने के लिए,
स्वयं हिमालय भी ललायित रहता हैl
हिंदुत्व मेरी आन है,
हिंदुत्व मेरी पहचान है,
हिंदुत्व ही मेरी शान, और
हिंदुत्व ही मेरा स्वाभिमान l ''
ll जयतु हिन्दूराष्ट ll
! क्रांती चिरायु हो !
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