'' जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो -
उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस ओर ध्यान मत दो।
दुर्बलता को कभी प्रश्रय मत दो। ''
- राष्ट्रीय अध्यक्ष:
श्री धनंजय भाई देसाई
ll जयतु हिन्दूराष्ट्र ll
! क्रांती चिरायु हो !
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